वीआईपी कमरों में होते थे घिनौने काम? रिजॉर्ट के राज खोलने के कारण गई अंकिता की जान
मनोज शर्मा
अंकिता मर्डर केस में तीनों आरोपियों की रिमांड ने एसआईटी को काफी अहम जानकारी दी है। पुलकित आर्य ने रिजॉर्ट में होने वाले काले काले कारनामे को छिपाने के लिए ही अंकिता की हत्या की गयी। एसआईटी को और भी कई सुराग मिले है
अंकिता मर्डर केस में तीनों आरोपियों की रिमांड ने एसआईटी की काफी अहम जानकारी दी है। शुरुआती कमजोरियों के बाद अब एसआईटी ने हत्या का मकसद व आरोपियों के बयान का मिलान करने में सफलता पा ली है। सूत्रों के मुताबिक, पुलकित आर्य ने रिजॉर्ट में होने वाले काले काले कारनामे छिपाने के लिए ही अंकिता की हत्या की थी। एसआईटी सूत्रों ने बताया, अंकिता रिजॉर्ट में होने वाले गलत कामों के बारे में लगातार अपने दोस्त को बता रही थी। साथ ही जब आरोपियों ने उस पर स्पेशल सर्विस के लिए दबाव बनाया तो उसने ठान लिया कि वह रिजॉर्ट से बाहर जाकर सबको इसके बारे में बताएगी।इससे पुलकित परेशान हो गया था। उसने कई बार अंकिता को डराने की कोशिश भी की थी। हत्या के दिन 18 सितंबर को उसने रिजॉर्ट में शाम करीब पांच बजे अंकिता का मुंह दबाकर उसे धमकाने की कोशिश भी की। पर अंकिता नहीं मानी। इसके बाद आरोपी उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए। काफी देर उसे घुमाने के बाद वे उसे चीला ले गए और उसकी हत्या कर दी गई। आरोपियों ने रिमांड के दौरान पुलिस को ये जानकारी दी। एसआईटी ने इसकी हर कड़ी को जोड़ते हुए उनके खिलाफ काफी सबूत एकत्र कर लिए हैं। वही, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज, आरोपियों के बयान, कॉल रिकार्ड और कुछ चश्मदीदों के बयानों ने इस पूरे घटनाक्रम को लगभग सही साबित कर दिया है।अंकिता हत्याकांड की तफ्तीश के लिए गठित एसआईटी प्रमुख डीआईजी पी रेणुका ने कहा है कि, हत्या से पहले रिजॉर्ट में आरोपियों के साथ अंकिता का विवाद हुआ था। हालांकि, रिजॉर्ट में अंकिता के साथ ज्यादा मारपीट नहीं हुई। उन्होंने कहा कि, रिजॉर्ट से लेकर वारदात के स्थल तक का पूरा घटनाक्रम एसआईटी ने जुटा लिए है। अब आरोपियों का बचना नामुमकिन ही दिखाई दे रहा है.