हरिद्वार का वह मंदिर जिसे बनवाने के लिए लाल देवी के सपने में आई थी वैष्णो माता

मनोज शर्मा
माता लाल देवी के सपने में आकर माता वैष्णो देवी ने उन्हें हरिद्वार में जम्मू जैसा मंदिर बनाने को कहा था. जिसके बाद माता लाल देवी द्वारा वैष्णो देवी का जम्मू जैसा ही मंदिर हरिद्वार में निर्माण कराया गया .
वैसे तो हरिद्वार का मंदिर अनगिनत हैं लेकिन माता लाल देवी के स्वप्न में आकर माता वैष्णो देवी ने उन्हें हरिद्वार में जम्मू जैसा मंदिर बनाने को कहा था. जिसके बाद माता लाल देवी द्वारा वैष्णो देवी का जम्मू जैसा ही मंदिर हरिद्वार में निर्माण कराया गया .इस मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंग, माता के 9 रूप, अमरनाथ गुफा, माता लाल देवी का स्थान और अन्य देवी-देवताओं के स्थान बनाए गए है.
हरिद्वार. उत्तराखंड का हरिद्वार एक धार्मिक स्थल है, जहां पर हर की पौड़ी समेत कई मठ और मंदिर है. जिनमें श्रद्धालु देश-विदेश से यहां घूमने और पूजा-पाठ करने आते है. ऐसा ही एक मंदिर उत्तरी हरिद्वार में है , जिसे गुफा वाला वैष्णो माता का मंदिर कहते है. इस मंदिर को माता लाल देवी द्वारा बनवाया गया था. यह एकदम जम्मू में स्थित वैष्णो देवी के मंदिर जैसा है.
बताया जाता है कि माता लाल देवी के स्वप्न में आकर माता वैष्णो देवी ने उन्हें हरिद्वार में जम्मू जैसा मंदिर बनाने को कहा था. जिसके बाद माता लाल देवी द्वारा वैष्णो देवी का जम्मू जैसा ही मंदिर हरिद्वार में निर्माण कराया गया . मान्यता है कि इस मंदिर में सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. मंदिर में दो गुफा बनी हुई है. श्रद्धालु यहां आकर पूजा-पाठ करते हैं और मनोकामना मांगते है. साथ ही इस मंदिर में अमरनाथ गुफा भी बनाई गई है, जिनमें बाहर से आने वाले श्रद्धालु घूमने आते हैं.
मंदिर में माता लाल देवी का स्थान भी बनाया गया है. जानकारी के अनुसार, माता लाल देवी ने पांच साल की उम्र से ही अन्न खाना छोड़ दिया था और वह पूजा-पाठ किया करती थी. पुजारी हेमंत थपलियाल ने बताया कि यह मंदिर माता वैष्णो देवी के नाम से प्रसिद्ध मंदिर है और जैसा जम्मू में वैष्णो माता का मंदिर पिंडी स्वरूप में है, बिलकुल वैसा ही यहां बना हुआ है. इस मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंग, माता के 9 रूप, अमरनाथ गुफा, माता लाल देवी का स्थान और अन्य देवी-देवताओं के स्थान बनाए गए है, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सभी के दर्शन हो सकें. हरिद्वार में रोजाना हजारों श्रद्धालु आते हैं, और स्थानीय निवासी का कहना है काफी प्राचीन है और इसमें दर्शन करते ही ऐसा लगता है माता वैष्णो देवी के दर्शन हो गए