राज्यपाल ने किया ‘‘राष्ट्रीय युवा सम्मेलन-2023’’ में बतौर मुख्य अतिथि वर्चुअली प्रतिभाग
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने वीरवार को ग्लोबल काउंटर टेरेरिज्म काउंसिल (जीसीटीसी) द्वारा दिल्ली में आयोजित ‘‘राष्ट्रीय युवा सम्मेलन-2023’’ में बतौर मुख्य अतिथि वर्चुअली प्रतिभाग किया। अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि आज के दिन हम महान व्यक्तित्व और युवाओं के पथ प्रदर्शक स्वामी विवेकानंद की जयंती को युवा दिवस के रूप में मना रहे हैं। स्वामी विवेकानंद के प्रेरक शब्दों ‘‘उठो, जागो और तब तक नहीं रूको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए’’ ने युवाओं को असीम प्रेरणा दी है। स्वामी विवेकानंद जी युवाओं के प्रेरणास्रोत ही नहीं रहे हैं, बल्कि अपने विचारों से विश्व में भारतीय संस्कृति को स्थापित करने में उनका अतुलनीय योगदान रहा है।
राज्यपाल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं हमें बताती हैं कि आप अपने स्वयं के कौशल हैं, आप स्वयं अपनी प्रेरणा बनें। उन्होंने कहा कि हमारा देश संस्कृति, विरासत, परम्पराओं और लोकगाथाओं से समृद्ध है। इन्हें अपनी शक्ति के रूप में प्रयोग करते हुए दुनिया को यह बताएं कि हमारा अमृतकाल न सिर्फ देश के विकास का काल बनेगा बल्कि दुनिया को नई दिशा देने में अहम भूमिका निभायेगा। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने भारत को विकसित राष्ट्र और विश्व गुरु बनाने में जिन पांच प्रणों की बात की उन पर हमें अमल करना होगा जिससे हम विश्व गुरु बनने के सफर को तय कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के विकास एवं प्रगति में युवाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी है। आप सभी को इस बात को समझते हुए अपनी जिम्मेदारी एवं कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि भविष्य में हमारे सम्मुख कई चुनौतियां हैं। जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता सहित कई मुद्दों के समाधान आप सभी युवाओं को खोजने होंगे। विश्व में युवाओं की सर्वाधिक संख्या होने के कारण यह जिम्मेदारी आप सभी को उठानी होगी। युवाओं को स्वयं को तैयार करते हुए नए भारत के निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को विवेकानंद जी के जीवन मूल्यों को अपने जीवन में उतारना होगा जो सम्पूर्ण समाज को एक नई दिशा देंगे। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए एन.सी.सी और जीसीटीसी की सराहना की।