कोर्ट मैरिज के बहाने फौजदारी के अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा के चैंबर में पहुंचे दो युवकों ने कनपटी से सटा कर उन्हें गोली मार कर फरार
अशोक गिरी हरिद्वार
Dr,AR Khan/Ashok Giri/Himanshu Giri /
Dr Kumud/Manoj kumar/
हरदोई : चैम्बर में घुसकर अधिवक्ता की कनपटी पर गोली मारी
हरदोई सिनेमा रोड से लखनऊ रोड़ बीच में कोर्ट मैरिज के बहाने फौजदारी के अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा के चैंबर में पहुंचे दो युवकों ने कनपटी से सटा कर उन्हें गोली मार दी। इसके बाद हमलावर वारदात को अंजाम देकर वहां से भाग निकले। इस वारदात से क्षेत्र में तनाव फैल गया। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने अधिवक्ता को फौरन मेडिकल कॉलेज में पहुंचाया, लेकिन हालत नाजुक होता देख डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया। फिलहाल, पुलिस हमलावरों की तलाश में घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुटी है।
एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि फौजदारी के अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा (64) मंगलवार शाम को सिनेमा चौराहा पर अपने मकान में बने चैंबर में बैठे हुए थे। उनके साथ लिपिक गिरीश चंद्र भी चैम्बर में मौजूद था, रात साढे आठ बजे के बाइक सवार दो युवक अधिवक्ता के चैम्बर में पहुंचे और कोर्ट मैरिज के बारे में बातचीत करने लगे। इस बीच लिपिक गिरिश चैम्बर से उठाकर मकान के भीतर गया। तभी उसे चैम्बर में गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ी। वहा फौरन चैम्बर की तरफ दौड़ पड़ा तो पाया कि अधिवक्ता कनिष्क खून से लथपथ फर्श पर पड़े थे।यह देखकर लिपिक शोर मचाने लगा। पकड़ने जाने के भय से हमलावर वहां से भाग निकले। एसीपी ने बताया कि अधिवक्ता को कनपटी से सटा कर गोली मारी गई थी। उन्हें नजदीकी मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, लेकिन हालत नाजुक होता देख अधिवक्ता को लखनऊ के ट्रामा सेंटर में रेफर कर दिया। सीओ सिटी अंकित मिश्रा ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच करने में जुटी है। हमलावरों की तलाश में घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा कर हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
भाई ने कहा,कई बार दी जा चुकी थी धमकी अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा के छोटे भाई हर्ष मेहरोत्रा का कहना है कि कई सालों से मकान को लेकर रंजिश चल रही थी। कई बार धमकी भी दी जा चुकी थी। किन लोगों से रंजिश थी ? इस सवाल पर उन्होनें कोई जवाब नहीं दिया,बल्कि कहा कि पुलिस जांच कर रही है,सब कुछ सामने आ जाएगा।सेबी में अधिकारी है बेटा अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की पत्नी की कुछ साल पहले मौत हो चुकी थी। उनके एक बेटा और एक बेटी है। बेटी बेंगलुरु में है,जबकि बेटा सेबी में आफीसर है। अधिवक्ता मकान में अकेले रहते थे। हमला होने के दौरान मकान के अंदर रसोइयां खाना बना रही थी,गोली की आवाज़ सुन कर वह भी बाहर भाग खड़ी हुई।