मसूरी कंपनी बाग का नाम संशोधित कर के अटल उद्यान रखकर उद्घाटन किया गया
अशोक गिरी हरिद्वार
Uttrakhand में पहाड़ों की रानी मसूरी में अंग्रेजों के जमाने से स्थापित कंपनी गार्डन का नाम अटल उद्यान हो गया है।मसूरी कंपनी गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अटल उद्यान का उद्घाटन किया।पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को यह अटल उद्यान समर्पित किया गया है।अब जल्द ही अटल जी की आदमकद मूर्ति भी अटल उद्यान में स्थापित की जाएगी। इस दौरान शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी ने उत्तराखंड का निर्माण में अहम योगदान दिया था। आज उनके सपनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का लगातार विकास किया जा रहा है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में विभिन्न योजनाओं के तहत उत्तराखंड का विकास हो रहा है, सड़कों के जाल बिछाए जा रहे हैं और नए पर्यटन स्थल विकसित किया जा रहे हैं।आपको बताते चलें कि कंपनी गार्डन देश विदेश के पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। मसूरी का वर्तमान कंपनी गार्डन या म्युनिसिपल गार्डन आजादी से पहले तक बोटेनिकल गार्डन भी कहलाता था। कंपनी गार्डन के निर्माता विश्वविख्यात भूवैज्ञानिक डॉ॰ एच. फाकनार लोगी थे। सन् 1842 के आस-पास उन्होंने इस क्षेत्र को सुंदर उद्यान में बदल दिया था। बाद में इसकी देखभाल कंपनी प्रशासन के देखरेख में होने लगा था। इसलिए इसे कंपनी गार्डन या म्युनिसिपल गार्डन कहा जाने लगा।मसूरी भारत के उत्तराखण्ड राज्य का एक पर्वतीय नगर है, जिसे पर्वतों की रानी भी कहा जाता है।
देहरादून से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, मसूरी उन स्थानों में से एक है जहाॅं लोग बार-बार आते जाते हैं। घूमने-फिरने के लिए जाने वाली प्रमुख जगहों में यह एक है। यह पर्वतीय पर्यटन स्थल हिमालय पर्वतमाला के मध्य हिमालय श्रेणी में पड़ता है। मसूरी गंगोत्री का प्रवेश द्वार भी है। देहरादून में पायी जाने वाली वनस्पति और जीव-जंतु इसके आकर्षण को और भी बढ़ा देते हैं। दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश के निवासियों के लिए यह लोकप्रिय ग्रीष्मकालीन पर्यटन स्थल है।