पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन पुलिस तैनात
अशोक गिरी
किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राजधानी दिल्ली की ओर मार्च शुरू कर दिया है। इस बीच, पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया है, जिससे कम से कम 10 किसान घायल होने की खबर है। साथ ही, हरियाणा सरकार ने किसानों के दिल्ली चलो मार्च के मद्देनजर अंबाला जिले के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवा को 14 से 17 दिसंबर तक सस्पेंड कर दिया है।
किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत अन्य मांगों को लेकर 101 किसानों का एक जत्था दिल्ली की ओर बढ़ रहा है, लेकिन पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर उन्हें रोक लिया गया है। फिलहाल, पुलिस उन्हें आगे बढ़ने की इजाजत नहीं दे रही है। किसानों का कहना है कि उन्हें दिल्ली जाने की अनुमति मिलनी चाहिए, क्योंकि उनका कहना है राष्ट्रीय राजधानी में जाकर विरोध करना हमारा अधिकार है। हमें अपनी आवाज उठाने का हक है, जिसे दबाया नहीं जा सकता। हमारे देश के 50 प्रतिशत लोग कृषि से जुड़े हुए हैं, उनकी आवाज को कुचला नहीं जा सकते है
अंबाला के एसपी ने कहा कि अगर किसान दिल्ली जाना चाहते हैं, तो उन्हें उचित अनुमति लेनी होगी। एक बार जब अनुमति मिल जाएगी, तो हम उन्हें आगे जाने देंगे। कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी, जिसमें निर्देश दिए गए थे कि बैठक आयोजित की जाए, और अगली बैठक 18 दिसंबर को होगी। हम अपील करते हैं कि किसान यहां शांति से बैठें और नियमों का पालन करें।